- 71 Posts
- 29 Comments
देश की राजनीती के तीन ध्रुव है , कांग्रेस , बीजेपी व साम्यवादी .
इनमें से कोंग्रेस के पिछले युवा प्रधान मंत्री , राजीव गाँधी के शासन कल ने सिद्ध कर दिया की कांग्रेस अब राष्ट्र का नैतिक व राजनितिक उद्धार नहीं कर सकती .सोनिया गाँधी व राहुल एक प्राम्भ मैं स्वच्छ राजीव गाँधी के साने बबुआ ही हैं . बिना सोनिया के समर्थन के बिना CWG और २ G घोटाले संभव नहीं थे . कांग्रेस का अब भ्रष्टाचार से निकल पाना संभव नहीं है .
साम्यवादी सिवाय केरल और बंगाल के अब कहीं नहीं जीत सकते , वह भी दस साल बाद .
इस लिए देश का पुनुरुथान सिर्फ बीजेपी के पुनुरुथान से संभव है.
देश के लिए केंद्र मैं एक दल की सरकार आवश्यक है .क्षेत्रीय पार्टियों को लूट की लत ज्यादा लग गयी है . उनका राष्ट्रीय दृष्टिकोण अपनाना संभव नहीं है .उदाहरणतः प्रभाकर के कई समर्थक तमिलनाडु मैं हैं .
परन्तु बीजेपी इमानदारी व अच्छी सरकार के बावजूद हार गयी और अब दिशा हीन हो गयी है.रही सही कसर आडवाणीजी पूरी कर दे रहे हैं .हिंदुत्व की काठ की हांडी अब चढ़ नहीं सकती क्योंकि अयोध्या का भुत उन्हें सदा सताएगा .
राम की शरण के अलावा उनके पास कोई चारा नहीं है और भगवान राम उनसे रुष्ट हैं
ऐसी परिस्थिति मैं उसके पुनुर्थान का क्या रास्ता है ?
यह हम अगले अंक मैं खोजेंगे .
Read Comments